, लोग परेशान
दतिया / शहर के वार्ड क्रमांक 36 में स्थित रामनगर कॉलोनी में इन दिनों बरसात के सीजन जैसे हालात हैं। गंदे पानी की निकासी का रास्ता बंद हो जाने से गंदा पानी ओवरफ्लो हो जाता है और गलियों में भर जाता है। जिससे इन कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को आने जाने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कॉलोनी के लोग गंदे पानी के बीच से निकलकर जाते हैं। इस तरफ न तो वार्ड पार्षद द्वारा ध्यान दिया जा रहा है और न ही नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों ने ध्यान दिया।
वार्ड क्रमांक 36 की आबादी लगभग 10 हजार से ज्यादा है। इस वार्ड में रामनगर कॉलोनी, अनामय आश्रम, पुलिस लाइन और सिद्धार्थ कॉलोनी शामिल है। वैसे तो पूरे वार्ड में जल भराव की समस्या है लेकिन रामनगर कॉलोनी में स्थिति बहुत ज्यादा खराब है। इसका मुख्य कारण यह है कि पूरे वार्ड की आबादी का गंदा पानी रामनगर कॉलोनी से निकलकर बुंदेला कॉलोनी से निकलकर सीतासागर तालाब में जाता है। रामनगर कॉलोनी में नालियां छोटी हैं और पुलिया भी नहीं बनी है। नालियां चोक होने के कारण गंदा पानी ओवरफ्लो हो जाता है और कॉलोनी की गलियों में ही भर जाता है। वर्ष भर यही स्थिति रहती है। बरसात के सीजन की तरह इन दिनों भी कॉलोनी की गलियों में जल भराव की समस्या है। सुबह स्कूल जाने वाले छोटे छोटे बच्चे, महिलाएं, पुरुष, सभी इसी गंदे पानी से निकलते हैं।
सुबह बच्चों को होती है सबसे ज्यादा परेशानी
रामनगर कॉलोनी में निवासरत ज्यादातर बच्चे बुंदेला कॉलोनी की सीमा पर स्थित प्राइवेट स्कूलों पढ़ने जाते हैं। यही नहीं इस कॉलोनी के लोगों का आना जाना बुंदेला कॉलोनी के मार्ग से ही होता है। हर छोटी बड़ी चीज ले जाना हो, स्कूल जाना हो या अन्य किसी काम से, इसी मार्ग से आवागमन होता है। सभी को इन गलियों में भरे गंदे पानी से निकलकर जाना पड़ता है। सफाई कर्मियों के नालियों की सफाई पर ध्यान न देने के कारण लंबे समय से कॉलोनी के रहवासी जल भराव की समस्या से जूझ रहे हैं।
स्कूल के पास की गलियों में सबसे ज्यादा समस्या
रामनगर कॉलोनी के अंतिम छोर पर स्थित भास्कर स्कूल और सरस्वती स्कूल के पास की गलियों में जल भराव की सबसे ज्यादा समस्या है। इन गलियों में मुख्य सड़क किनारे पर पुलियों का निर्माण होना था। सरस्वती स्कूल के पास तो पुलिया का निर्माण हो गया लेकिन पुलिया छोटी बनाई गई। जिस कारण आधे से ज्यादा पानी कॉलोनी के रास्ते में भर जाता है। यही हाल भास्कर स्कूल के पास की गली में है। यहां पुलिया का निर्माण नहीं हुआ है जिससे रास्ते में पानी भर जाता है।
सफाई कराने के लिए कर्मचारियों को भेजेंगे
वार्ड क्रमांक 36 की आबादी लगभग 10 हजार से ज्यादा है। इस वार्ड में रामनगर कॉलोनी, अनामय आश्रम, पुलिस लाइन और सिद्धार्थ कॉलोनी शामिल है। वैसे तो पूरे वार्ड में जल भराव की समस्या है लेकिन रामनगर कॉलोनी में स्थिति बहुत ज्यादा खराब है। इसका मुख्य कारण यह है कि पूरे वार्ड की आबादी का गंदा पानी रामनगर कॉलोनी से निकलकर बुंदेला कॉलोनी से निकलकर सीतासागर तालाब में जाता है। रामनगर कॉलोनी में नालियां छोटी हैं और पुलिया भी नहीं बनी है। नालियां चोक होने के कारण गंदा पानी ओवरफ्लो हो जाता है और कॉलोनी की गलियों में ही भर जाता है। वर्ष भर यही स्थिति रहती है। बरसात के सीजन की तरह इन दिनों भी कॉलोनी की गलियों में जल भराव की समस्या है। सुबह स्कूल जाने वाले छोटे छोटे बच्चे, महिलाएं, पुरुष, सभी इसी गंदे पानी से निकलते हैं।
सुबह बच्चों को होती है सबसे ज्यादा परेशानी
रामनगर कॉलोनी में निवासरत ज्यादातर बच्चे बुंदेला कॉलोनी की सीमा पर स्थित प्राइवेट स्कूलों पढ़ने जाते हैं। यही नहीं इस कॉलोनी के लोगों का आना जाना बुंदेला कॉलोनी के मार्ग से ही होता है। हर छोटी बड़ी चीज ले जाना हो, स्कूल जाना हो या अन्य किसी काम से, इसी मार्ग से आवागमन होता है। सभी को इन गलियों में भरे गंदे पानी से निकलकर जाना पड़ता है। सफाई कर्मियों के नालियों की सफाई पर ध्यान न देने के कारण लंबे समय से कॉलोनी के रहवासी जल भराव की समस्या से जूझ रहे हैं।
स्कूल के पास की गलियों में सबसे ज्यादा समस्या
रामनगर कॉलोनी के अंतिम छोर पर स्थित भास्कर स्कूल और सरस्वती स्कूल के पास की गलियों में जल भराव की सबसे ज्यादा समस्या है। इन गलियों में मुख्य सड़क किनारे पर पुलियों का निर्माण होना था। सरस्वती स्कूल के पास तो पुलिया का निर्माण हो गया लेकिन पुलिया छोटी बनाई गई। जिस कारण आधे से ज्यादा पानी कॉलोनी के रास्ते में भर जाता है। यही हाल भास्कर स्कूल के पास की गली में है। यहां पुलिया का निर्माण नहीं हुआ है जिससे रास्ते में पानी भर जाता है।
सफाई कराने के लिए कर्मचारियों को भेजेंगे