जलावर्धन योजना की लाइन बिछाए जाने तक प्रतिबंध के बाद भी डाली जा रही सीसी सड़क





करैरा / नगर में जलावर्धन योजना की पाइप लाइन बिछाए जाने तक नगर में सीसी सड़क निर्माण पर प्रतिबंध लगा होने के बाद भी नगर में खुलेआम सीसी सड़क का निर्माण वार्ड क्रमांक 12 व 13 में किया जा रहा है। सीसी सड़क का निर्माण सनराइज स्कूल वाली गली से लेकर मंडी के सामने तक लगभग 500 मीटर से अधिक लंबाई में लाखों रुपए की लागत से किया जा रहा है।

गौरतलब यह है कि सड़क निर्माण के एक माह बाद ही पाइप लाइन बिछाने के लिए सीसी सड़क की खुदाई की जाएगी। जिससे ये लाखों रुपए से निर्मित सीसी सड़क खराब हो जाएगी, साथ ही शासन के लाखों रुपए की राशि पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगी। नगर में बनाई जा रही सीसी सड़क के निर्माण से नगर परिषद सीएमओ दिनेश श्रीवास्तव पूरी तरह से अनभिज्ञ बने हुए हैं। वहीं इंजीनियर अंशुल चतुर्वेदी का कहना है कि अभी आधी सड़क का निर्माण हुआ है, शेष सड़क निर्माण के कार्य को हमने बंद करा दिया है।

500 मीटर से अधिक लंबाई में बनाई जा रही है सीसी सड़क: नगर के वार्ड क्रमांक 12 व 13 में सनराइज स्कूल वाली गली से मंडी के सामने तक लाखों रुपए की लागत से बनाई जा रही 500 मीटर से अधिक लंबी सीसी सड़क दिन दहाड़े बनाई जा रही है। इसके बाद भी परिषद के जिम्मेदार अधिकारी इस सड़क निर्माण से अनभिज्ञ बने हुए हैं। जिसके चलते ठेकेदार द्वारा शासन की राशि को सड़क निर्माण कर ठिकाने लगाया जा रहा है। वार्डवासियों के मुताबिक कमीशन के फेर में की जा रही है शासन की राशि खर्च।

करैरा में प्रतिबंध के बाद भी डालते सीसी सड़क डालते मजदूर।

49 करोड़ रु. से जलावर्धन योजना का चल रहा है कार्य

नगर में 49 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाली जलावर्धन योजना का कार्य नगर में चल रहा है। जिसके तहत नगर के सभी वार्डों में पाइप लाइन बिछाकर नल कनेक्शन नागरिकों को दिए जाएंगे। इस जलावर्धन योजना के चलते ही नगर में सीसी सड़क, डामर करण सहित अन्य सभी सड़क निर्माण व नाली निर्माण पर प्रतिबंध लगाया गया है।

पैसे हो जाएंगे बर्बाद

रुकवा दिया है निर्माण

मुझे जानकारी नहीं है, फिर भी में दिखवा लेता हूं

कमीशन के फेर में किया जा रहा है सड़क का निर्माण

प्रतिबंध के बाद भी नगर में बनाई जा रही सीसी सड़क के संबंध में आम नागरिकों सहित सूत्रों की माने तो कमीशन के फेर में प्रतिबंध के बाद भी सीसी सड़क का निर्माण किया जा रहा है। इतना ही नहीं सडक का निर्माण भी बेहद घटिया किस्म का किया जा रहा है। क्यों कि निर्माण करने वाले ठेकेदार को सब कुछ मालूम है कि ये बनाई जाने वाली सड़क एक माह बाद भी जलावर्धन योजना के तहत बिछाई जाने वाली पाइप लाइन के लिए खोदी जाएगी। जिसके चलते गुणवत्ताहीन कार्य किया जा रहा है। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी मौन बने हुए हैं।