एम्पायर ग्रुप के 27 ठिकानों पर आयकर छापा

, दो करोड़ नकदी और ज्वेलरी मिली



इंदौर / आयकर विभाग की इंदौर इन्वेस्टिगेशन विंग ने बुधवार को रियल एस्टेट फर्म एम्पायर ग्रुप के मनीषपुरी स्थित घर, दफ्तरों पर छापामार कार्रवाई की। प्रारंभिक जांच में दो करोड़ रुपए नकद और ज्वेलरी पता चली है। सौ से ज्यादा अफसरों व कर्मचारियों की टीम ने 27 ठिकानों पर एकसाथ कार्रवाई की। 


जिन लोगों के यहां कार्रवाई हुई, उनमें एम्पायर ग्रुप के अरुण गोयल, विजय अग्रवाल, उनके बेटे देवाशीष अग्रवाल और उमेश नागौरी प्रमुख हैं। छापे में नकदी और ज्वेलरी के अलावा भारी मात्रा में दस्तावेज भी मिले। इनकी जांच की जाएगी। इसके अलावा टीम को सर्च में 50 बड़े ट्रांजेक्शन मिले हैं। इनकी जांच के लिए टीम अलग-अलग ठिकानों पहुंच रही है, ताकि इनसे जुड़े कागजात हासिल कर सकें। यहां कार्रवाई के बाद टीम इस ग्रुप से व्यवहार करने वाली पांच अन्य फर्म के यहां पहुंची और दस्तावेज कब्जे में लिए। इसमें डॉ. संजय गोकुलदास और कल्याण टोल कंपनी शामिल है। सभी दूर दस्तावेजों की पड़ताल के बाद टीमें दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु रवाना की गई हैं। वहां भी इन कंपनियों के कारोबार करने की जानकारी सामने आई है। इस वित्तीय वर्ष में आयकर इन्वेस्टिगेशन विंग की यह पहली कार्रवाई है। 


कांग्रेस का आरोप, केंद्र सरकार के इशारे पर कार्रवाई
इधर, शहर कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर प्रदेश कांग्रेस कोषाध्यक्ष गोविंद गोयल के भाई और भानजे के घर आयकर विभाग ने कार्रवाई की। भूमाफिया पर छापों से परेशान भाजपा नीत केंद्र सरकार ने बौखलाहट में ये कदम उठाया।