छतरपुर / जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से प्रत्येक साल ठंड के मौसम में एलटीटी ऑपरेशन कराने वाली महिलाओं को सालों जमीन पर लेटकर जिला अस्पताल में अपना इलाज कराना पड़ा। अस्पताल प्रबंधन ने अब इन महिलाओं की सुध लेते हुए परिसर में स्थित पुराने महिला वार्ड में अाेटी सहित एलटीटी वार्ड शिफ्ट कर 30 पलंग उपलब्ध करा दिए हैं। इसलिए इन मरीजों को ऑपरेशन के पहले और बाद में जमीन पर लेटकर इलाज नहीं कराना पड़ा रहा।
जब से जिला मुख्यालय पर जिला अस्पताल स्थापित हुआ है, तब से यहां एलटीटी ऑपरेशन करने के लिए आने वाली जिले भर की महिलाओं को जमीन पर लेटकर अपना इलाज कराना पड़ रहा था। पिछले दिनों नया अस्पताल भवन बन जाने के बाद पुराने अस्पताल भवन के सभी वार्ड वहां पर शिफ्ट कर दिए गए। इसलिए पुराना अस्पताल भवन पूरी तरह से खाली हो गया। प्रबंधन ने इस पुराने भवन के महिला वार्ड और लेवर रूम को एलटीटी वार्ड के लिए स्वीकृति देते हुए शिफ्ट करा दिया। अब जिले भर के ग्रामीण क्षेत्र से आने वाली महिला मरीजों को जमीन पर लेटकर इलाज नहीं कराना पड़ रहा।
सिविल सर्जन डॉ. आरएस त्रिपाठी ने बताया कि पुराने महिला वार्ड काे एलटीटी वार्ड के लिए दे दिया गया है। इसके साथ ही इस वार्ड में ऑपरेशन कराने आने वाली महिलाओं के लिए 30 पलंग भी लेटने के लिए डलवा दिए गए हैं, ताकि इस भीषण ठंड में इन महिलाओं को जमीन पर लेटकर अपना इलाज न कराना पड़े। वहीं पुराने लेवर रूम कक्ष में एलटीटी की ओटी बना दी गई है। ताकि महिलाओं को ऑपरेशन के बाद वहीं पर लेटने की सुविधा मिल सके।
भीड़ और वाहनों से मिलने लगी राहत
पहले एलटीटी वार्ड और अाेटी नए अस्पताल भवन के ठीक सामने मौजूद था। इस कारण यहां पर मरीजों और महिलाओं के परिजनों की भीड़ पूरे दिन रहती थी। इसके साथ ही इन मरीजों को घर तक पहुंचाने के लिए आने वाले वाहनों के आने से आए दिन जाम लगता था। पर अब यह एलटीटी वार्ड पुराने महिला वार्ड में शिफ्ट हो जाने से लोगों की भीड़ भी कम रहती है और साथ ही वाहनों की संख्या भी कम रहती है। इस कारण नए भवन में आने वाले गंभीर मरीजों को जाम का सामना नहीं करना पड़ता।
जब से जिला मुख्यालय पर जिला अस्पताल स्थापित हुआ है, तब से यहां एलटीटी ऑपरेशन करने के लिए आने वाली जिले भर की महिलाओं को जमीन पर लेटकर अपना इलाज कराना पड़ रहा था। पिछले दिनों नया अस्पताल भवन बन जाने के बाद पुराने अस्पताल भवन के सभी वार्ड वहां पर शिफ्ट कर दिए गए। इसलिए पुराना अस्पताल भवन पूरी तरह से खाली हो गया। प्रबंधन ने इस पुराने भवन के महिला वार्ड और लेवर रूम को एलटीटी वार्ड के लिए स्वीकृति देते हुए शिफ्ट करा दिया। अब जिले भर के ग्रामीण क्षेत्र से आने वाली महिला मरीजों को जमीन पर लेटकर इलाज नहीं कराना पड़ रहा।
सिविल सर्जन डॉ. आरएस त्रिपाठी ने बताया कि पुराने महिला वार्ड काे एलटीटी वार्ड के लिए दे दिया गया है। इसके साथ ही इस वार्ड में ऑपरेशन कराने आने वाली महिलाओं के लिए 30 पलंग भी लेटने के लिए डलवा दिए गए हैं, ताकि इस भीषण ठंड में इन महिलाओं को जमीन पर लेटकर अपना इलाज न कराना पड़े। वहीं पुराने लेवर रूम कक्ष में एलटीटी की ओटी बना दी गई है। ताकि महिलाओं को ऑपरेशन के बाद वहीं पर लेटने की सुविधा मिल सके।
भीड़ और वाहनों से मिलने लगी राहत
पहले एलटीटी वार्ड और अाेटी नए अस्पताल भवन के ठीक सामने मौजूद था। इस कारण यहां पर मरीजों और महिलाओं के परिजनों की भीड़ पूरे दिन रहती थी। इसके साथ ही इन मरीजों को घर तक पहुंचाने के लिए आने वाले वाहनों के आने से आए दिन जाम लगता था। पर अब यह एलटीटी वार्ड पुराने महिला वार्ड में शिफ्ट हो जाने से लोगों की भीड़ भी कम रहती है और साथ ही वाहनों की संख्या भी कम रहती है। इस कारण नए भवन में आने वाले गंभीर मरीजों को जाम का सामना नहीं करना पड़ता।